( प्रस्तुत गीत के माध्यम से कवि कर्मवीरों की विशेषताओं को व्याखायित कर रहे है | कर्म एवं समय के सदुपयोग को संदर्भित किया गया है ) देख कर बाधा विविध , बहु विघ्न घबराते नही रह भरोसे भाग्य के दुःख भोग पछताते नही || काम कितना ही कठिन हो किन्तु उकताते नही | भीडं में चंचल बने जो वीर दिखलाते नही || हो गये एक आन में उनके बुरे दिन भी भले | सब जगह सब काल में वे ही मिले फूले-फले || आज करना है जिसे करते उसे है आज ही | सोचते कहते है जो कुछ , कर दिखाते है वही || मानते जो भी है ' सुनते है ' सदा सबकी कही | जो मदद करते है अप...